Share

Seraikela : सरायकेला-खरसावां में सर्पदंश को लेकर अलर्ट जारी, उपायुक्त ने सतर्कता और जागरुकता पर दिया जोर

  • मानसून में सर्पदंश की बढ़ती घटनाओं को लेकर प्रशासन गंभीर
  • सर्पदंश से बचाव के उपायों को अपनाएं, 15400 पर मिल सकती है आपात सहायता

झारखंड बिहार लाइव, रिपोर्टर

सरायकेला-खरसावां जिले में मानसून के दौरान सर्पदंश की घटनाओं में तेजी को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील करते हुए इसे चिकित्सकीय आपात स्थिति बताया है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर प्राथमिक उपचार और चिकित्सा सहायता मिल जाए, तो सर्पदंश से जीवन की रक्षा संभव है। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में बचाव, प्राथमिक उपचार और अस्पताल ले जाने के तरीके स्पष्ट रूप से बताए गए हैं।

इसे भी पढ़ें : Mumbai : बाजार में गिरावट : सेंसेक्स 502 अंक लुढ़का, निफ्टी में भी 143 अंकों की गिरावट

मानसून में बढ़ते खतरे को लेकर प्रशासन सतर्क, सर्पदंश के खिलाफ कार्रवाई तेज

उपायुक्त ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोग अफवाहों की बजाय प्रमाणिक चिकित्सकीय जानकारी पर भरोसा करें। सर्पदंश के बाद घाव को कसकर न बांधने, न काटने और घरेलू उपचार से परहेज करने की सलाह दी गई है। साथ ही, पीड़ित को स्थिर रखने, साँप से दूर करने और बिना देर किए अस्पताल पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। उपायुक्त ने खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से सतर्क रहने को कहा है।

इसे भी पढ़ें : Ranchi : खेत में धान रोपते दिखे बाबूलाल मरांडी, मिट्टी से जुड़ाव का दिखा जीवंत उदाहरण

सर्पदंश से निपटने के उपाय बताए प्रशासन ने, अफवाहों से दूर रहने की अपील

नागरिकों को अंधेरे या घास-झाड़ियों में काम करते समय सावधानी बरतने को कहा गया है। टॉर्च का उपयोग, पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना और रात में खुले में न सोना, जैसे उपाय सुझाए गए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आपात स्थिति में नागरिक 15400 नंबर पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

Scroll to Top