- 35 साल से कच्चे मकान में रह रहे परिवार को मिला आशियाना, राहुल गांधी ने निभाया वादा
- “राहुल गांधी ने निभाया इंसानियत का फर्ज़, प्रचार नहीं किया पर काम कर दिखाया” – भगीरथ मांझी
झारखंड बिहार लाइव, रिपोर्टर
दशरथ मांझी, जिन्हें पूरी दुनिया ‘माउंटेन मैन’ के नाम से जानती है, उनके परिवार को आखिरकार पक्का घर मिलने जा रहा है। यह ऐतिहासिक कदम उठाया है लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने। राहुल गांधी जब कुछ महीने पहले बिहार दौरे पर थे, तब उन्होंने गया जिले में दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ मांझी से मुलाकात की थी। उन्होंने मांझी परिवार के कच्चे और जर्जर घर को देखकर वादा किया था कि उनका मकान पक्का बनवाया जाएगा। अब उस वादे को निभाते हुए राहुल गांधी की पहल पर चार कमरों का पक्का मकान बन रहा है, जिससे दशरथ मांझी का परिवार बेहद खुश है।
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माउंटेन मैन के बेटे बोले – “राहुल गांधी ने कर दिखाया, जो बाकी नेता नहीं कर पाए”
भगीरथ मांझी ने बताया कि दशरथ मांझी के निधन के बाद कई बड़े नेता, अभिनेता और अधिकारी उनके घर आए, मगर किसी ने भी उनकी कठिन परिस्थितियों को सुधारने का ठोस प्रयास नहीं किया। यहां तक कि उनकी ही जाति से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जब पक्का मकान की बात सुनी, तो उन्होंने कहा था कि “कच्चा मकान में क्या दिक्कत है।” इस प्रतिक्रिया से मांझी परिवार बेहद आहत था। लेकिन राहुल गांधी ने न तो कोई सार्वजनिक मंच से घोषणा की, न ही प्रचार किया — उन्होंने चुपचाप, मानवीय भाव से मांझी परिवार को उनका अधिकार देने का काम किया।
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35 साल का इंतजार खत्म, मांझी परिवार के लिए बन रहा चार कमरों का पक्का मकान
भगीरथ मांझी ने कहा कि उनके परिवार को कच्चे मकान में रहने के दौरान अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता था — ना ढंग के कमरे थे, ना शौचालय और ना रसोई। अब राहुल गांधी के हस्तक्षेप से उन्हें पक्के घर का तोहफा मिला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सिर्फ एक नेता की तरह नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक की तरह व्यवहार किया और दशरथ मांझी के सम्मान को आगे बढ़ाया। भगीरथ मांझी ने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने उनसे आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी बातचीत की और उन्हें बोधगया से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया। यदि राहुल गांधी चाहेंगे, तो वे चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।