- डीएलएसए और झालसा के निर्देश पर हुआ आयोजन, सात मामलों में हुई सुनवाई
- बंदियों को मिला विधिक सहायता का सहारा, जेल से बाहर आने की उम्मीद
झारखंड बिहार लाइव रिपोर्टर
रांची जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) की ओर से रविवार को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, होटवार में जेल अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल सात बंदियों के मामलों की सुनवाई की गई, जिसमें से तीन बंदियों — जेया फतहा, बंटी सिंह और अरमांगन अख्तर — को जेल अदालत का लाभ देते हुए रिहा कर दिया गया। यह कार्यक्रम झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के निर्देशानुसार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी विजय कुमार यादव, चीफ एलएडीसी प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, डिप्टी एलएडीसी राजेश कुमार सिन्हा, जेल प्रशासन, न्यायालयकर्मी और कई बंदी उपस्थित रहे।
इसे भी पढ़ें : Seraikela : गम्हरिया में JLKM महिला मोर्चा का विस्तार, संगठन को मिली नई मजबूती
तीन बंदियों को मिली नई शुरुआत की राह, जेल अदालत से मिली राहत
शिविर के दौरान बंदियों को लीगल एड क्लिनिक की सुविधा और उसके लाभों के बारे में भी जानकारी दी गई। डीएलएसए सचिव के अनुसार, चीफ एलएडीसी और डिप्टी एलएडीसी ने बंदियों को उनके अधिकारों और उपलब्ध विधिक सहायता सेवाओं के बारे में जागरूक किया। साथ ही, बंदियों की अन्य समस्याओं को भी सुनकर समाधान की दिशा में कदम उठाए गए। इस आयोजन का उद्देश्य सिर्फ न्यायिक राहत देना नहीं, बल्कि बंदियों को उनके वैधानिक अधिकारों से परिचित कराना भी था, ताकि वे न्यायिक प्रक्रिया में स्वयं को जागरूक और समर्थ बना सकें।