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Ranchi : वयोवृद्ध नेता कड़िया मुंडा की तबीयत बिगड़ी, ऑक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती, सीएम हेमंत सोरेन ने जाना हाल

  • खूंटी से रांची तक बना ग्रीन कॉरिडोर, फिलहाल हालत स्थिर, डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी
  • राज्य निर्माण में निभाई थी अहम भूमिका, लंबे राजनीतिक जीवन के साक्षी

जेबी लाइव, रिपोर्टर

पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष और झारखंड के वरिष्ठ भाजपा नेता कड़िया मुंडा की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें खूंटी से रांची के मेडिका मणिपाल अस्पताल लाया गया, जहां उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। डॉक्टर विजय मिश्रा की देखरेख में उनका इलाज जारी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए खूंटी से रांची तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिससे मात्र 30 मिनट में उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सका। बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से उनकी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने मुंडा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए मरांग बुरु से प्रार्थना की।

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मुख्यमंत्री का दौरा और स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी

कड़िया मुंडा झारखंड की राजनीति में आदिवासी स्वाभिमान और सामाजिक चेतना के प्रतीक माने जाते हैं। उनका जन्म खूंटी जिले में हुआ, जो बिरसा मुंडा की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है। मानव विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के बाद वे जनजातीय समाज के हितों के लिए लगातार सक्रिय रहे। जनवरी 2024 में भी उनकी तबीयत बिगड़ चुकी है, लेकिन इस बार स्थिति अधिक संवेदनशील बताई जा रही है।

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आदिवासी समाज की आवाज रहे हैं कड़िया मुंडा

कड़िया मुंडा सात बार लोकसभा सांसद रहे और मोरारजी देसाई से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार तक विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। वे झारखंड राज्य निर्माण के समय पहले मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में शामिल थे, हालांकि यह जिम्मेदारी बाद में बाबूलाल मरांडी को मिली। मुंडा को केंद्र में इस्पात, कृषि, कोयला और नवपारंपरिक ऊर्जा जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई थी। 15वीं लोकसभा में वे लोकसभा के उपाध्यक्ष भी रहे।

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