- ध्यान कक्ष, राजयोग प्रदर्शनी और भक्ति से सराबोर वातावरण में उमड़े श्रद्धालु
- 30 जुलाई से शुरू होगा निःशुल्क राजयोग शिविर, पंजीकरण अनिवार्य
जेबी लाइव, रिपोर्टर
श्रावण मास के पावन अवसर पर जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित राम मंदिर परिसर में ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा तीन दिवसीय द्वादश ज्योतिर्लिंग दर्शन मेले का शुभारंभ 27 जुलाई को हुआ। मंदिर परिसर भक्ति, ध्यान और दिव्यता से सराबोर नजर आया। शिवजी की मंगल आरती से वातावरण भक्तिमय हो उठा। कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों का अंगवस्त्र और प्रसाद से सम्मान किया गया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी, जो ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और आत्मिक अनुभूति के लिए जुटी थी। आयोजकों ने इसे आध्यात्मिक जागरूकता और आत्मचिंतन का अवसर बताया।
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शिव आराधना और भक्ति से गूंजा बिष्टुपुर मंदिर परिसर
मेले की सबसे खास आकर्षण बनी राजयोग चित्र प्रदर्शनी, जिसमें आत्मा और परमात्मा के संबंध को सरल भाषा और चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया। प्रदर्शनी में यह अनुभव कराया गया कि मनुष्य केवल शरीर नहीं, बल्कि एक चैतन्य आत्मा है — जो भृकुटि के मध्य स्थित चेतना का केंद्र है। संगम काल की महत्ता को रेखांकित करते हुए बताया गया कि यह समय आत्मा के परमात्मा शिव से मिलन का अवसर है। इस गूढ़ विषय को भी सहज ढंग से समझाने का प्रयास किया गया, जिसे श्रद्धालुओं ने गहराई से आत्मसात किया।
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राजयोग प्रदर्शनी में आत्मा-परमात्मा का गूढ़ संबंध किया उजागर
मेले में ध्यान कक्ष (मेडिटेशन रूम) भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जहां श्रद्धालुओं ने गहन आत्मिक शांति का अनुभव किया। यह कक्ष नीरवता से भरा था, जिसने आगंतुकों को स्वयं से जुड़ने और आंतरिक शांति पाने का अवसर दिया। मेला प्रतिदिन सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा। आयोजन का समापन 29 जुलाई को होगा, जिसके बाद 30 जुलाई से तीन दिवसीय निःशुल्क राजयोग मेडिटेशन शिविर की शुरुआत होगी। इच्छुक प्रतिभागी पूर्व पंजीकरण के माध्यम से इसमें शामिल हो सकते हैं।