- तेल, गैस और मेटल सेक्टर में गिरावट; शुरुआती झटके के बाद बाजार में दिखी रिकवरी
जेबी लाइव, रिपोर्टर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा का असर भारतीय शेयर बाजार पर सीमित रहा। गुरुवार (31 जुलाई) को बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स 296 अंक गिरकर 81,186 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 87 अंक की गिरावट के साथ 24,768 पर बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स ने लगभग 700 अंक की गिरावट के बाद 1000 अंक तक की रिकवरी की। सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयरों में गिरावट और 7 में तेजी रही। एनएसई के मेटल, फार्मा और ऑयल एंड गैस इंडेक्स दबाव में रहे, वहीं FMCG इंडेक्स 1.44% की बढ़त के साथ बंद हुआ।
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शुरुआती गिरावट के बाद बाजार में दिखा सुधार, FMCG सेक्टर सबसे मजबूत
ग्लोबल बाजारों की बात करें तो एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। जापान का निक्केई 1.02% की तेजी के साथ 41,070 पर और कोरिया का कोस्पी 0.28% बढ़कर 3,245 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 1.60% गिरकर 24,773 और चीन का शंघाई कंपोजिट 1.18% गिरकर 3,573 पर बंद हुआ। अमेरिका में डाउ जोन्स 0.38% नीचे, जबकि नैस्डैक 0.15% और S&P 500 में 0.12% की हल्की गिरावट दर्ज की गई।
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वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेत, एशिया और अमेरिका में मिला-जुला कारोबार
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर बाजार पर साफ दिख रहा है। 30 जुलाई को FII ने 850.04 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि DII ने 1,829.11 करोड़ की खरीदारी की। जुलाई में अब तक FIIs ने 42,078 करोड़ के शेयर्स बेचे हैं, वहीं DIIs की ओर से 54,566 करोड़ की खरीदारी हुई। जून में FIIs की खरीदारी 7,489 करोड़ और DIIs की 72,674 करोड़ रही थी। बुधवार (30 जुलाई) को बाजार 144 अंक चढ़कर बंद हुआ था, लेकिन गुरुवार को गिरावट लौट आई।