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Mumbai : शेयर बाजार में भारी गिरावट : सेंसेक्स 586 और निफ्टी 203 अंक टूटा, फार्मा-हेल्थकेयर सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित

  • ग्लोबल मार्केट से मिले कमजोर संकेत, FIIs की बिकवाली से निवेशकों का सेंटिमेंट बिगड़ा
  • FIIs की बिकवाली बनी चिंता की वजह, घरेलू निवेशकों की खरीदारी से मिल रहा कुछ सहारा

जेबी लाइव, रिपोर्टर

अगस्त के पहले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 586 अंक की गिरावट के साथ 80,600 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 203 अंक लुढ़क कर 24,565 पर पहुंच गया। दिनभर के ट्रेडिंग में बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर रहा। शुरुआत में सेंसेक्स करीब 700 अंक टूटा, लेकिन बाद में 1000 अंकों की रिकवरी के बावजूद अंत में गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से केवल 6 शेयरों में तेजी रही, जबकि 24 गिरावट में बंद हुए। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स जैसे शेयर 1% से लेकर 4.5% तक टूटे, जबकि एशियन पेंट्स, ट्रेंट और HUL में 3% तक तेजी रही।

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बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच सीमित शेयरों में ही तेजी

निफ्टी के 50 में से 11 शेयर बढ़त में और 39 नुकसान में रहे। फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट रही। NSE का फार्मा इंडेक्स 3.33% और हेल्थकेयर 2.77% गिरा। मेटल, IT, रियल्टी, और PSU बैंक इंडेक्स भी 1% से अधिक टूटा। ऑटो और एनर्जी सेक्टर भी बिकवाली की चपेट में आए। ग्लोबल मार्केट से भी कमजोर संकेत मिले। जापान का निक्केई, कोरिया का कोस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट सभी लाल निशान पर बंद हुए।

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ग्लोबल मार्केट की कमजोरी का दिखा असर, सभी प्रमुख एशियाई सूचकांक गिरे

निवेशकों का सेंटिमेंट विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की भारी बिकवाली से भी प्रभावित हुआ। जुलाई में FIIs ने अब तक 47,666.68 करोड़ रुपए के शेयर्स बेचे हैं, जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने इसी दौरान 60,939.16 करोड़ रुपए की खरीदारी की है। सिर्फ 31 जुलाई को ही FIIs ने 5,588.91 करोड़ की बिकवाली की, वहीं DIIs ने 6,372.71 करोड़ की नेट खरीदारी की। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने के ऐलान का भारतीय बाजार पर सीधा असर नहीं दिखा, लेकिन वैश्विक माहौल और संस्थागत निवेशकों की गतिविधियों ने बाजार को दबाव में ला दिया।

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