- उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जन शिकायतों को प्राथमिकता देते हुए सुनाई जनता की आवाज
- प्रशासन और जनता के बीच विश्वास बढ़ाने के उपाय
जेबी लाइव, रिपोर्टर
जमशेदपुर के समाहरणालय कार्यालय में आयोजित जन शिकायत निवारण दिवस के अवसर पर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जिले के विभिन्न प्रखंडों और शहरी इलाकों से आए नागरिकों की समस्याओं को सीधे सुना। इस दौरान लोगों ने राशन कार्ड में नाम जोड़ने, भूमि विवाद, सीएनटी/एसपीटी एक्ट उल्लंघन, अतिक्रमण, रास्तों पर अवैध कब्जा, दुकान आवंटन, पेंशन में देरी, लीज रेंट निर्धारण, नीलामी संबंधी शिकायतें, निबंधन में भ्रष्टाचार, नाली निर्माण, जल निकासी, सफाई, अवैध पार्किंग, स्वास्थ्य, रोजगार और शिक्षा से जुड़े मुद्दे उठाए। उपायुक्त ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि हर शिकायत की तुरंत जांच कर अधिकतम दस दिनों में समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शिकायतों की ऑनलाइन एंट्री और ट्रैकिंग को अनिवार्य कर पारदर्शिता बनाए रखने पर भी बल दिया। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं की शिकायतों के प्रति विशेष संवेदनशीलता बरतने को कहा।
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जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान जरूरी
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जन शिकायत निवारण दिवस को जिला प्रशासन और आम जनता के बीच संवाद का एक मजबूत सेतु बताया। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं को सीधे सुनना और उनका त्वरित, पारदर्शी समाधान करना है। उपायुक्त ने प्रशासन की प्राथमिकताओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्ध सेवा को शामिल करते हुए कहा कि जनता के भरोसे को बनाए रखना प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इस कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने समाधान प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी जताई।