- 72 घंटे के अल्टीमेटम के बाद प्रशासन हरकत में आया, पुलिया सुधार का कार्य प्रारंभ
- झामुमो के नेताओं की मेहनत रंग लाई, सांसद के हस्तक्षेप से बढ़ी मरम्मत की रफ्तार
जेबी लाइव, रिपोर्टर
नोवामुंडी-बड़ाजामदा मुख्य सड़क (एनएच-75) की खतरनाक स्थिति और जर्जर पुलियों को लेकर लंबे समय से लोग परेशान थे। सड़क की खराब हालत से दुपहिया, स्कूली वाहन और मालवाहक ट्रक सभी खतरे में थे। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रखंड अध्यक्ष दुर्गा चरण देवगम के नेतृत्व में नेताओं ने प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। चेतावनी के बाद मनोहरपुर पथ प्रमंडल हरकत में आया और शनिवार सुबह से पुलिया की मरम्मत का काम जेसीबी मशीन और मजदूरों की मदद से शुरू कर दिया गया। जैसे ही कार्य प्रारंभ हुआ, स्थानीय नागरिकों ने राहत की सांस ली और इसे लोकतंत्र की ताकत बताया।
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झामुमो की चेतावनी का असर, प्रशासन ने शुरू किया पुलिया सुधार कार्य
मरम्मत कार्य शुरू होते ही झामुमो के केंद्रीय सदस्य, प्रखंड कमेटी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और कार्य की निगरानी की। स्थानीय दुकानदारों, वाहन चालकों और दिहाड़ी मजदूरों ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि अब यात्रा थोड़ी सुरक्षित लगेगी। ग्रामीणों ने इस कदम को “जीवन की राह को सुगम बनाने वाला” बताते हुए झामुमो नेताओं को धन्यवाद दिया। झामुमो नेताओं का कहना है कि यदि प्रशासन पहले सक्रिय होता तो लोगों को इतनी परेशानी न होती।
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जनता की जीत और राजनीतिक इच्छाशक्ति – मरम्मत कार्य से दिखा असर
इस आंदोलन और जनदबाव को सफल बनाने में कई नेताओं की अहम भूमिका रही। प्रखंड अध्यक्ष दुर्गा चरण देवगम, सचिव आलोक टोपनो, वरिष्ठ नेता रीमू बहादुर और युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंकू लगातार सक्रिय रहे। इन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद स्थापित किया और आम जनता को जागरूक कर एकजुट किया। साथ ही झामुमो सांसद जोबा माझी ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और प्रशासनिक हस्तक्षेप कर मरम्मत कार्य को गति दी। नेताओं ने इसके लिए सांसद को विशेष धन्यवाद दिया।