- राष्ट्रपति ने ‘हेल्थ इज वेल्थ’ का दिया संदेश, पांच आदिवासी गांवों को गोद लेने की पहल की सराहना
- सम्मान और प्रेरणा का संगम: छात्रों को मिले मेडल, राष्ट्रपति संग ली यादगार तस्वीर
जेबी लाइव, रिपोर्टर
एम्स देवघर के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2019 बैच के 48 एमबीबीएस छात्रों को डिग्री प्रदान की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “हेल्थ इज वेल्थ” केवल एक कहावत नहीं, बल्कि जीवन की सच्चाई है। डॉक्टर बनना सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का मार्ग है। राष्ट्रपति ने संस्थान द्वारा पांच आदिवासी गांवों को गोद लेने की सराहना की और इसे जनस्वास्थ्य की दिशा में एक मजबूत कदम बताया। उन्होंने कहा कि एनीमिया और सर्वाइकल कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे ग्रामीणों को इससे राहत मिलेगी और संस्थान को इस तरह की पहल का विस्तार करना चाहिए।
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राष्ट्रपति का संदेश : ये सिर्फ डिग्री नहीं, डॉक्टर बनना सेवा का संकल्प
समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एम्स के अध्यक्ष प्रो. एनके अरोड़ा ने की, जबकि कार्यकारी निदेशक डॉ. सौरभ वार्ष्णेय ने संस्थान की प्रगति रिपोर्ट पेश की। समारोह में तीन छात्रों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक से सम्मानित किया गया, वहीं एक छात्र को उत्कृष्ट उपस्थिति के लिए विशेष पुरस्कार मिला। समारोह के अंत में राष्ट्रपति मुर्मू ने छात्रों के साथ सामूहिक फोटो खिंचवाया और उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।