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Hariyana : गुरुग्राम में अवैध बांग्लादेशियों पर पुलिस की कार्रवाई, 10 हिरासत में और निर्वासन प्रक्रिया शुरू

  • पुलिस ने बरामद किए बांग्लादेशी दस्तावेज, एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने हिरासत की निंदा की
  • ओवैसी का आरोप: सरकार कमजोरों के साथ कठोर, शक्तिशाली के साथ नरम

जेबी लाइव, रिपोर्टर

गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को अवैध रूप से रह रहे दस बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। उनकी पहचान दस्तावेजों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिक होने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने बताया कि इनकी हिरासत के साथ ही निर्वासन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। गुरुग्राम पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि कार्रवाई के दौरान सभी दस लोगों से बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई तेज कर दी है ताकि अवैध प्रवासियों को जल्द से जल्द देश से बाहर निकाला जा सके।

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गुरुग्राम में अवैध प्रवासियों की पहचान और पकड़ अभियान तेज

इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने देशभर में बंगाली भाषी मुस्लिमों को निशाना बनाए जाने और हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन इन गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को अवैध प्रवासी कहकर प्रताड़ित कर रहा है। ओवैसी ने कहा कि ये लोग ज्यादातर झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं और घरेलू नौकर, कूड़ा बीनने वाले जैसे काम करते हैं, जो पुलिस के अत्याचारों का विरोध नहीं कर सकते। उन्होंने इसे मानवाधिकारों के उल्लंघन और प्रशासन की तरफ से सख्ती बताते हुए इसे बंद किया जाना चाहिए।

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असदुद्दीन ओवैसी ने अवैध प्रवासियों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की

ओवैसी ने यह भी कहा कि कई बार भारतीय नागरिकों को बंदूक की नोक पर बांग्लादेश भेजे जाने की भी खबरें सामने आई हैं। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कमजोरों के साथ सख्ती और शक्तिशाली लोगों के साथ नरमी बरती जा रही है। बंगाली भाषी मुस्लिमों को बार-बार अवैध प्रवासी ठहराकर निशाना बनाया जा रहा है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में संवेदनशीलता दिखाई जाए और न्याय सुनिश्चित किया जाए ताकि गरीबों को न्याय मिल सके।

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