- पार्क, डंप यार्ड, जल संयंत्र और आयुष्मान केंद्र की समीक्षा, जनता की सेवा में कोताही पर जताई नाराजगी
- पेयजल और स्वास्थ्य सेवा में सुधार को प्राथमिकता, जवाबदेही तय करने के निर्देश
जेबी लाइव, रिपोर्टर
जमशेदपुर के जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में गुरुवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने पार्षद कार्यालय से शुरू कर पार्क, जल शोधन संयंत्र, डंप यार्ड और आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक विभिन्न स्थानों का जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने दो टूक कहा कि “सेवा कागज़ों पर नहीं, ज़मीन पर नजर आनी चाहिए।” नागरिक सुविधाओं की गुणवत्ता, कर्मचारियों की उपस्थिति और सफाई व्यवस्था पर उन्होंने बारीकी से नजर डाली और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
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निरीक्षण की शुरुआत पार्षद कार्यालय से, नगर सेवा में लापरवाही पर जताई चिंता
नगर परिषद कार्यालय परिसर में बने नए मार्केट प्लेस का जायजा लेते हुए उपायुक्त ने दुकानों का अब तक आवंटन न होने पर नाराजगी जताई और कार्यपालक पदाधिकारी संदीप पासवान को जल्द प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया। पार्क की बिजली आपूर्ति पर भी उन्होंने चिंता जताई और जुस्को प्रबंधन से समन्वय कर दिन में भी बिजली देने की बात कही। डंप यार्ड में गंदगी और ठोस कचरा निस्तारण की स्थिति देखकर उन्होंने साफ कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वच्छता में सुधार और नियमित मॉनिटरिंग के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए।
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मार्केट आवंटन में देरी और डंप यार्ड की स्थिति पर जताई सख्त नाराज़गी
जल शोधन संयंत्र और आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निरीक्षण में उपायुक्त ने सेवाओं की गुणवत्ता पर जोर दिया। उन्होंने पेयजल सुविधा को नगर परिषद के हवाले करने का निर्देश दिया ताकि स्थानीय स्तर पर संचालन पारदर्शी और उत्तरदायी हो सके। आयुष्मान केंद्र में दवाओं की उपलब्धता, कर्मचारियों की हाजिरी और इलाज की गुणवत्ता की जांच करते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि “हर शिकायत का जवाब कागज़ से नहीं, काम से दिया जाना चाहिए।” निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने कहा कि यह दौरा सिर्फ समीक्षा नहीं, बल्कि सुधार की बुनियाद है।